शायर तो हम है शायरी बना देंगे
आपको शायरी में क़ैद कर लेंगे,
कभी सुनाओ हमें अपनी आवाज़,
आपकी आवाज़ को हम ग़ज़ल बना देंगे.||
आ गए है वापस उसी तरह फिर से,
जहाँ तुम भी अजनबी थे हम भी अजनबी थे ।
ना वो कभी आ सके और ना कभी हम जा सके,
ना दर्द अपने दिल का हम किसी को सुना सके,
बैठे हैं उनकी यादों में अब हम,
ना उन्होंने कभी याद किया,
और ना हम कभी उनको भुला सके !!
किसी से प्यार करो और तजुर्बा कर लो,
ये रोग ऐसा है जिसमें दवा नहीं लगती।
मोहोब्बत की तलाश में निकले उन लोगो से पूछो,
कि मोहोब्बत में मरने की वजह क्या है?
कतरा-कतरा बहता था आंसू,
और हम उसे सूखा भी नहीं पाए,
इससे बड़ी वफ़ा की सजा और क्या होगी,
वो रोये हमसे लिपटकर किसी और के लिए,
और हम उसे अपना हाल बात भी नहीं पाए।
वैसे तो सोचा था ,
कि वो फिर मिल ही जायेंगे यूं जाते जाते
मगर क्या करें ,
फूल भी खिलते ही है मुरझाने के लिए।
कौन कहता है हम उसके बिना मर जायेंगे,
हम तो दरिया है समंदर में उतर जायेंगे,
वो तरस जायेंगे प्यार की एक बून्द के लिए,
हम तो बादल है प्यार के…किसी और पर बरस जायेंगे|
तुम्हे देखा तुम्हे चाहा तुम्ही को दिल भी दे डाला,
अब अरमान है इतना कि तुम मेरे सामने आओ,
कुछ तुम कहो कुछ हम कहे इकरार हो जाए,
मिट जाए सारी दूरियां और प्यार हो जाए………..
कभी कभी ऐसा होता है,
प्यार का असर देर से होता है,
आपको क्या लगता हम आपके बारे कुछ नहीं सोचते,
पर हमारी हर बात में आपका जिक्र होता है।
देखा जब उनकी आँखों में,
हम दीवाने हो गए,
खोये कुछ इस कदर बातों में ,
कि दुनिया से बेगाने हो गए।
उसी से पूछो कुसूर निगाहों का,
कत्ल भी वे कर गए और सजा भी हमें ही मिल गयी।
लिख कर गम के कुछ कतरे खत में मैंने सजाये है ,
अरमान मैंने भी दिल के कुछ तुमको बताये है
यूं लिखी है मैंने तुमको खामोश सी एक कहानी
कोई सुने या न सुने तुम तो सुन ही लोगे मेरी ये दास्तां पुरानी,
इसे तुम खत न समझना ये मेरे दिल की यादें है
क्योंकि इस खत में मैंने अपने आंसू भी मिलाये है ।
याद आती है वो पुरानी बातें जब तुम रूठा करते थे ,
पलके झुककर तो कभी उठाकर बातें किया करते थे ,
अब इन यादों के सहारे ही गुजरा होता है,
क्योंकि प्यार का पहला अक्षर ही अधूरा होता है।
दिल में ना हो जब,
सब कुछ गवांने का जज़्बा,
तो मोहब्बत नहीं मिलती,
खैरात में इतनी बड़ी दौलत नहीं मिलती।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें